तू ही तू माँ तू ही तू ..हो ....तू ही तू माँ तू ही तू
ओर सहारे दुनीया के मेरे सहारा तू ही तू
ग़मों से चूर हूँ दुनिया का मै ठुकराया हूँ
मेरी अम्बे तेरे चरणों मै आज आया हूँ
ओर कुछ पास नहीं है जो तुझे अर्पण करदूं
इक फरियाद है जो भेंट तेरी लाया हूँ
तेरे बिन कोन मेरा किस को बुलाऊँ माता
हल-ऐ-दिल अपना मै किस को सुनाऊ माता
मै तेरी लगन मै हूँ मगन ..मेरी जगदम्बे
इक यही बात जो दिन रात ही गाऊँ माता
क्या...ओर सहारे दुनीया के मेरे सहारा तू ही तू
हो ....तू ही तू माँ तू ही तू
इक शहंशाह ने शक्ति को माँ की,आजमाया
तवे चढवा दीये ज्योतों पे ..खोफ न आया
कटाया घोढ़े का सिर..ध्यानु कैद करवाया
पुकारा ध्यानु ने ..आओ मेरी महामाया
चढ्या काट सिर अपना.. जरा ना देर करी
तभी प्रकट हुई मैया ...भगत की पीढ़ा हरी
Tavon ko phaad key .. jyoton ko maa ne thaa jagaayaa
Bachaaee laaj maa ne ...bete ne yahee gayaa thaa
kya...Aur Share Duneya key Mere shara tu hee tu
ho ....tu hee maa tu hee tu
अंधेरी रात थी ..तूफान घिर के आया था
थी कश्ती डोलती ..लहरों ने जुल्म ढाया था
सहारा कोई ना था ..बनिया घबराया था
शरण दो अष्ट -भुजी..कह के वोह चिलाया था
वो बोला जगत तारणी..मुजे भी तारो माँ
भंवर मे आन फंसा हूँ ..मुझे उभारो माँ
पकढ़ के बाहँ ...माँ ने बेटे को बचाया था
ख़ुशी मे झूम के यह बनिया भी गया था
क्या...ओर सहारे दुनीया के मेरे सहारा तू ही तू
हो ....तू ही तू माँ तू ही तू .... continue...jai mata dee...
ओर सहारे दुनीया के मेरे सहारा तू ही तू
ग़मों से चूर हूँ दुनिया का मै ठुकराया हूँ
मेरी अम्बे तेरे चरणों मै आज आया हूँ
ओर कुछ पास नहीं है जो तुझे अर्पण करदूं
इक फरियाद है जो भेंट तेरी लाया हूँ
तेरे बिन कोन मेरा किस को बुलाऊँ माता
हल-ऐ-दिल अपना मै किस को सुनाऊ माता
मै तेरी लगन मै हूँ मगन ..मेरी जगदम्बे
इक यही बात जो दिन रात ही गाऊँ माता
क्या...ओर सहारे दुनीया के मेरे सहारा तू ही तू
हो ....तू ही तू माँ तू ही तू
इक शहंशाह ने शक्ति को माँ की,आजमाया
तवे चढवा दीये ज्योतों पे ..खोफ न आया
कटाया घोढ़े का सिर..ध्यानु कैद करवाया
पुकारा ध्यानु ने ..आओ मेरी महामाया
चढ्या काट सिर अपना.. जरा ना देर करी
तभी प्रकट हुई मैया ...भगत की पीढ़ा हरी
Tavon ko phaad key .. jyoton ko maa ne thaa jagaayaa
Bachaaee laaj maa ne ...bete ne yahee gayaa thaa
kya...Aur Share Duneya key Mere shara tu hee tu
ho ....tu hee maa tu hee tu
अंधेरी रात थी ..तूफान घिर के आया था
थी कश्ती डोलती ..लहरों ने जुल्म ढाया था
सहारा कोई ना था ..बनिया घबराया था
शरण दो अष्ट -भुजी..कह के वोह चिलाया था
वो बोला जगत तारणी..मुजे भी तारो माँ
भंवर मे आन फंसा हूँ ..मुझे उभारो माँ
पकढ़ के बाहँ ...माँ ने बेटे को बचाया था
ख़ुशी मे झूम के यह बनिया भी गया था
क्या...ओर सहारे दुनीया के मेरे सहारा तू ही तू
हो ....तू ही तू माँ तू ही तू .... continue...jai mata dee...
jai mata di
ReplyDeleteजय माता की
ReplyDeleteJaiMataDi
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