Sunday, September 12, 2010




ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या माता दीये लाल चुनिये
ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या हो माता दीये लाल चुनिये
सारे जग नु तू अपना बना ल्या माता दीये लाल चुनिये

सदराँ दा गोटा ते चावाँ दी किनारी
प्रेम वाले धागे विच लगदी प्यारी
चन-तरेयाँ दे नाल है सज्जा ल्या माता दीये लाल चुनिये
ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या माता दीये लाल चुनिये

चुनीये नी कीनी उँची तेरी तकदीर
तेरे बिना सजदी माँ दी तस्वीर
तेनु खुशी-खुशी माँ ने अपना लेया माता दीये लाल चुनिये
ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या माता दीये लाल चुनिये

ऐना ऊँचा रूतबा ते किसी वी ना पाया है
शैराँवाली माँ ने तैनू सिर ते सजाया है
जिनाहाँ मन्या उनाने सब पा ल्या माता दीये लाल चुनिये
ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या माता दीये लाल चुनिये

रंग तेरा लाल ऐते तू वंडदियें लालीयाँ
ताँयी कहे जग तेनु, जग दियाँ खुशहालियाँ
तेनु चंचल ने दिल - बसा ल्या माता दीये लाल चुनिये
ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या माता दीये लाल चुनिये

ऊँचा सरयाँ तो रुतबा तू पा ल्या माता दीये लाल चुनिये


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