Sunday, September 12, 2010

मैय्या झन्डेवालीये... फुलाँ दी डालीये



मैय्या झन्डेवालीये... फुलाँ दी डालीये .....

हो..मैय्या झन्डेवालीये... फुलाँ दी डालीये .....

असी तेरे दर दें हाँ फुल दातीये न जाइये रूल्ल दातीये सानू चरणी लगा ले ..

राणीये नी सानू चरणी लगा ले मैय्या झन्डेवालीये फुलाँ दी डालीये .....


चिल्लीये वी कीते असा नेम वी निभाये

तैरीयाँ दलीजाँ ते माँ मथ्थे वि घसाये

करमाँ दे बंद बुऐ खौल दातीये,मुँहो बौल दातीये सानू चरणी लगा ले..

राणीये नी सानू चरणी लगा ले मैय्या झन्डेवालीये फुलाँ दी डालीये .....


ज्योताँ वी जगाइयाँ माये टल्ल खढकाये...मैय्या..

किसी तरह आवाज तेरे कन्नाँ तक जाये

कर देओ सब दीयाँ आसाँ पुरीयाँ की ने मजबुरीयाँ सानू चरणी लगा ले..

राणीये नी सानू चरणी लगा ले मैय्या झन्डेवालीये फुलाँ दी डालीये .....


रोज-रोज कहइये ऐदाँ चंगा वि नही लगदा

इको वारी ला देयो मैण्णा सारे जग दा

दाती क्ले-क्ले अरदास करदे,पुरी आस कर दे सानू चरणी लगा ले..

राणीये नी सानू चरणी लगा ले मैय्या झन्डेवालीये फुलाँ दी डालीये .....


जाणके वी दाती तूस्सी बणो अनजान ना

दर दे भिखारीयाँ नू लवो पहचाण माँ

बच्चेयाँ दा रख लो माण मैय्या जी,करो ध्यान मैय्या जी सानू चरणी लगा ले..

राणीये नी सानू चरणी लगा ले मैय्या झन्डेवालीये फुलाँ दी डालीये .....


No comments:

Post a Comment