Friday, January 13, 2012

Akhan Thak Gaiyaan Tk-Tk Rah , Ik Wari Aajaa Daatiye (An Awesome Bhent By Great Sh Narendra Chanchal Jee Originally Written By Shri Surinder Darshi )






अखां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये
अखां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये
नी मेनू तेनु मिलन दा चा इक वारी आजा दतिये |

सारी-सारी रात मेनू नींद नहींयो आन्दी ...नहींयो आन्दी
इक ते जुदाई दूजे याद सतान्दी ... याद सतान्दी
नी रोग किहोजेया दीता मेनू ला इक वारी आजा दतिये |
खां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये............

प्रेम दी जंजीर पा के तू ते गयीयो नस माँ ....तू ते गयीयो नस माँ
होवेगा दीदार कीवें वी जरा द्स माँ .... वी जरा द्स माँ
नी ह दिल वाला दिता यी सुणा इक वारी आजा दतिये |
अखां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये............

दों दा वानी तेनु दिल वसाया .... दिल वसाया
दुसरा ना कोई मेरे दिल विच्च आया ...दिल विच्च आया
हुन खुश रख भावें तू रवा इक वारी आजा दतिये |
अखां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये............

में ते तेरे कोलों कोइ गल ना लुकाई माँ ....गल ना लुकोयी माँ
में ते तेरा होया पर तू ना मेरी होई माँ ....तू ना मेरी होई माँ
हो मेरी दाती बेपरवाह इक वारी आजा दातिये |
अखां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये............

दर्शी दी जिन्दगी माँ कंडेयाँ - रुल गयी ....कंडेयाँ - रुल गयी
तेरे ते भरोसा सीगा तू ही मेनू भूल गयी ..तू ही मेनू भूल गयी
के माँ वाला फ़र्ज़ निभा इक वारी आजा दातिये |
अखां थक गइयां तक -तक राह इक वारी आजा दतिये...........
नी मेनू तेनु मिलन दा चा इक वारी आजा दतिये |

Surinder Darshi Jii
,Narendra Chanchal Jii

,
Jai Mata Dee " Bol"