Sunday, October 23, 2011

Maa Vaishno Chalisa - Jai Mata Dee Bol



maa vaishno devi

जय जय माँ जय जय माँ वैष्णो माँ जय जय माँ ,जय जय माँ जय जय माँ वैष्णो माँ जय जय माँ
सिद्ध स्वरूपा सर्वगुणी वैष्णो कष्ट निदान ........जय माँ जय माँ जय माँ जय माँ |
शक्ति,भक्ति दो हमे दिव्य शक्ति की खान .........जय माँ जय माँ जय माँ जय माँ |
अभय-दायनी, भय-मोचनी , करुणा की अवतार ..संकट त्रस्त भगतों का कर भी दो उद्धार
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||

गुफा निवासिनी मंगला माता , कला तुम्हारी जग विख्याताजय माँ ,
अल्प बुधि हम मूढ़ अज्ञानी , ज्ञान उजियारा दो महारानी जय माँ ,
दुःख-सागर से हमें निकालो , भ्रम के भूतों से माँ बचा लो जय माँ ,
मन के अब सब रोग हटाना , अपनी छाया मे माँ छुपाना जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||

भक्त वत्सला भेरव हरणी, आद्ध अनंता माँ जगजननी जय माँ ,
दिव्य ज्योति जहाँ होवे उजागर , वहां उदय हो धर्म दिवाकर जय माँ ,
पाप नाशिनी पुण्य की गंगा , तेरी सुधा से तैरें कुसंगा जय माँ ,
अमृतमयी तेरी मधुकर वाणी , हर लेती अभिमान भवानी जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||

सुखद सामग्री दो भगतन को , करो फल दायक मेरी चिंतन को जय माँ ,
दुःख मे ना विचलित होने देना , धीरज-धर्म ना खोने देना जय माँ ,
उत्साह-वर्धक कला तुम्हारी , मार्ग-दर्शक बने हमारी जय माँ ,
घेरे कभी जो विषम अवस्था , तू ही सुझाना माँ कोई रस्ता जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||

बिना द्वेष के विषधर काले ,जो सदभाव को डसनेवाले जय माँ ,
उनपर अंकुश सदा लगाना ,दुर्गुण को सद्गुण से मिटाना जय माँ ,
परम तृप्ति का जल देना , दुर्बल काया को बल देना जय माँ ,
आत्मिक शक्ति के अभिलाषी , कहते बना दे द्रढ विश्वासी जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


बसी हो तुम श्रीधर के मन में , ज्योत तुम्हारी है कण-कण में जय माँ ,
हम अभिषेक माँ करें तुम्हारा , कर दो माँ उद्धार हमारा जय माँ ,
वीर लंगूर प्रहरी तेरा , भेजे तुम्हे माँ सांज- सवेरे जय माँ ,
विश्व-विजयी है तेरी शक्ति , भव- निधि तारक पावन भक्ति जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


विघन हरण जग पालनहारी , सिघवाहीनि मात प्यारी जय माँ ,
कृपा की हम पैर दृष्टि करना , सच्चे सुख की वृष्टि करना जय माँ ,
यश गोरव सम्मान बढ़ाना , प्रतिभा का सूरज चमकना जय माँ ,
स्वच्छ सार्थिक श्रधा देना , शरणागति में हम को लेना जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


शारदा ,लक्ष्मी और महाकाली , तीनो का संगम बलशाली जय माँ ,
रखना सिरों पे हाथ हमारे , सदा ही रहियो साथ हमारे जय माँ ,
आफत -विपदा ,भव-भय हरना , दुर्गम काज सुगम माँ करना जय माँ ,
हे दिव्या ज्योति सर्व व्यापक , तेरी दया के हम हे याचक जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


बुद्धि विवेक विद्या दायनी , शक्ति तुम्हारी है रसायनी जय माँ ,
रोग-शोक-संताप को हरती , दुर्लभ वस्तु सुलभ है करती जय माँ ,
जाप तेरा जब रंग दिखाता , भवनवी का जल सुख जाता जय माँ ,
रत्नों से घर भर दो मैया , विष को अमृत कर दो मैया जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


भक्ति सुमन जो करते अर्पण , धो दो उनके मन के दर्पण जय माँ ,
हे त्रिभुवन की सर्जनहरी , सदा ही रखियो लाज हमारी जय माँ ,
सुख-मयी जीवन का वर देना , सकल मनोरथ सिद्ध कर देना जय माँ ,
हिम पर्वत पे रहने वाली , करना आश्रित की रखवाली जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


दैत्यों की संघारक माता , अम्बे कष्ट निवारक माता जय माँ ,
अखिल विश्व है तेरे सहारे ,रोम रोम तेरा नाम उच्चारे जय माँ ,
स्वामिनी हो उथान -पतन की , त्रिलोकी के आवागमन की जय माँ ,
हाथ दया का सिर पर धरना , हे मंगला माँ अमंगल हरना जय माँ ,
"मैया जी से जय माता दी कहियो , कहियो जी माँ के लाडलो " जय जय अम्बे जय जगदम्बे ||


|| पिंडी रूप परमेशवरी पुण्य दायक तेरा नाम ||
|| दिव्या तुम्हारी ज्योत को कोटि कोटि प्रणाम ||
कोटि कोटि प्रणाम
~जय माता दी ~



jai maa vaishno



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