चारों तरफ धूम मचगयी एक दरबार ऐसा है जहाँ से कोई खाली नहीं गया
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ धुमाँ तेरे द्वार दीयां
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज धुमाँ तेरे द्वार दीयां
जित्थे पुरियां होंदियाँ ने दोड़आं कुल संसार दीयां
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज......
तू सबणा दी पत्त रखदी एँ ..ना मेहरां करदे थक्दी एँ
तू पालकां देके नसीबां नु ...सुख सारे देवें गरीबां नु
ओ तेरी ममता दी छाँ ठंडी ऐ ...तू प्यार दी दोलत वंडी ऐ
तू गंगा जल तो निर्मल एँ ..तू देंदी सबनू अन्न-जल एँ
हर-कोई सिफ्तां करदा ऐ ..माँ तेरे उपकार दीयां
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज......
Saawan kee barse badreeyaa ...Maa kee bheegee chunariyaa
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज......
Kindly complete.......Jai Mata Dee " Kripaa" Bnee Rahe .....
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ धुमाँ तेरे द्वार दीयां
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज धुमाँ तेरे द्वार दीयां
जित्थे पुरियां होंदियाँ ने दोड़आं कुल संसार दीयां
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज......
तू सबणा दी पत्त रखदी एँ ..ना मेहरां करदे थक्दी एँ
तू पालकां देके नसीबां नु ...सुख सारे देवें गरीबां नु
ओ तेरी ममता दी छाँ ठंडी ऐ ...तू प्यार दी दोलत वंडी ऐ
तू गंगा जल तो निर्मल एँ ..तू देंदी सबनू अन्न-जल एँ
हर-कोई सिफ्तां करदा ऐ ..माँ तेरे उपकार दीयां
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज......
Saawan kee barse badreeyaa ...Maa kee bheegee chunariyaa
प्य गईयाँ भई प्य गईयाँ अज्ज......
Kindly complete.......Jai Mata Dee " Kripaa" Bnee Rahe .....
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