Monday, October 25, 2010

TU KISEE AGEY NA ROYA KAR



तू किसे अगेय रोया कर
तू किसे अगेय रोया कर ..हँस-हँस के वक़्त लंगाई जा
जिन्ये पाई ओहो कटेगी .. अपनी रोज़ सुनाई जा

जद कूक सुनेगी माँ तेरी ..ममता तू तरेली आजायेगी
गम दूर करण लाइए तेरे, माँ सारे दुखाँ नु खा जायेगी
मेरे कष्ट हरो मेरे कष्ट हरो तू एय्हो गल दोहराई जा
जिन्ये पाई ओहो कटेगी ..तू अपनी रोज़ सुनाई जा

चिंतन नाल चिंता मिट्दी है ऐवे चिंता करया कर
कोई रोग नवाँ ना ला बेय्ठीं तू माँ दी चोकी भरेया कर
तेनु खेर मैया ने पाणी तू माँ दे चरण दबाई जा
जिन्ये पाई ओहो कटेगी ..तू अपनी रोज़ सुनाई जा

तेरी हालत दाती जान्दी जे डोल गया ते रूड़ जायेंगा
खुशियाँ दा चानन होवेगा जे चरणा दे नाल जुड़ जायेंगा
सब कम्म मैया ने करने ने एवें ना होंसला डायी जा
जिन्ये पाई ओहो कटेगी ..तू अपनी रोज़ सुनाई जा
तू किसे अगेय रोया कर हँस-हँस के वक़्त लंगाई जा

भली हो या बुरी हो रात कट्जाती है दोनों की
फ़्रर्क इतना है ..तुम सोते हो ...तुम रोते हो... हम फरियाद करते है

तू किसे अगेय रोया कर हँस-हँस के वक़्त लंगाई जा
जिन्ये पाई ओहो कटेगी ..तू अपना हाल सुनाई जा





3 comments:

  1. kindly add your comments / feed back to improve our work ....jai mata di

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  2. awesome ... JAI MATA DI ...

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  3. jai mata di bol o bhagta jai mata di bol..........

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